हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत ही शुभ माना जाता है, लेकिन 100 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के विशेष लाभ होते हैं। यह न केवल भक्तों की समस्याओं को दूर करता है, बल्कि मानसिक शांति, आध्यात्मिक शक्ति और सुख-समृद्धि भी प्रदान करता है।
हनुमान चालीसा 100 बार पढ़ने के 10 चमत्कारी लाभ
समस्त संकटों से मुक्ति
100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से जीवन के सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं। इसे संकटमोचन हनुमान की कृपा प्राप्त करने का सबसे अच्छा उपाय माना जाता है।
नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से सुरक्षा
हनुमान जी का स्मरण करने से सभी प्रकार की बुरी शक्तियाँ, भूत-प्रेत और नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है।
शत्रुओं से रक्षा
अगर कोई शत्रु कष्ट दे रहा है या अनावश्यक परेशानी खड़ी कर रहा है, तो 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
रोगों से मुक्ति और उत्तम स्वास्थ्य
हनुमान चालीसा पढ़ने से शरीर और मन दोनों को शुद्धि और शक्ति मिलती है। गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति को प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
आर्थिक समृद्धि
हनुमान जी की कृपा से पैसों की तंगी दूर होती है और धन-धान्य की वृद्धि होती है। व्यवसाय और नौकरी में तरक्की पाने के लिए नियमित पाठ करें।
मानसिक शांति और आत्मविश्वास
100 बार हनुमान चालीसा पढ़ने से दिमाग शांत होता है, तनाव और चिंता दूर होती है। यह मन को सकारात्मकता और आत्मविश्वास से भर देता है।
ग्रह दोषों और कुंडली के अशुभ प्रभाव से मुक्ति
जिन लोगों की कुंडली में शनि, राहु या मंगल का अशुभ प्रभाव है, उनके लिए 100 बार हनुमान चालीसा पढ़ना बहुत लाभकारी होता है।
आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष प्राप्ति
हनुमान जी का लगातार स्मरण करने से आत्मिक शुद्धि होती है और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।
परीक्षा और करियर में सफलता
जो विद्यार्थी अपने अध्ययन में सफलता पाना चाहते हैं, उन्हें प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़नी चाहिए। यह स्मरण शक्ति को बढ़ाता है और एकाग्रता प्रदान करता है।
परिवार में सुख-शांति और प्रेम बढ़ता है
यदि घर में कलह या अशांति रहती है, तो हनुमान चालीसा 100 बार पढ़ने से घर में प्रेम, सौहार्द्र और शांति बनी रहती है।
100 बार हनुमान चालीसा पाठ करने की विधि
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रोज़ाना 11, 21, 51 या 100 बार पाठ करें।
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मंगलवार और शनिवार को विशेष रूप से पाठ करने से अधिक लाभ मिलता है।
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शुद्ध मन और आत्मा से श्रद्धापूर्वक पाठ करें।
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पाठ के बाद हनुमान जी को गुड़-चने या बूंदी का प्रसाद अर्पित करें।
💡 टिप: यदि आप प्रतिदिन 100 बार पाठ नहीं कर सकते, तो कम से कम 7 या 11 बार नियमित रूप से करें। यह भी अत्यधिक लाभकारी होगा!
🚩 जय श्री राम! 🚩 जय बजरंगबली! 🚩
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